गंजबासौदा | भारत की प्रगति को देखना है तो औद्योगिक जगत में देखों तभी देश की समृ़िद्ध को देखा जा सकेगा। आज कामर्स के छात्रों के सामने इन्हीं उद्योग व व्यापार में रोजगार की संभावनाएं बन रही है, जिसके लिए अभी से तैयार होने की आवश्यकता है।
यह बात सैण्ट एसआरएस पब्लिक स्कूल में कामर्स संकाय द्वारा सजाई भारत की औद्योगिक झांकी का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य उमेश चंद्र यादव ने कही। इस मौके पर भारत की वित्तीय व्यवस्था को दर्शाने के लिए उत्पादन की दृष्टि से बीना रिफायनरी, स्वास्थ्य एवं स्वदेशी उद्योग के दृष्टिकोण से पतंजलि केन्द्र हरिद्वार, पर्यटन से लाभ की दृष्टिकोण से लाल किला दिल्ली, टाटा उद्योग, तकनीकी संस्थान के रूप में बीएचईएल को माॅडल द्वारा साकार किया गया। कामर्स के विद्यार्थियों ने देश के औद्योगिक संस्थानों का भारत की वित्तीय व्यवस्था में योगदान को रेखांकित किया गया। इस मौक पर आदर्श माॅडल एवं वित्तीय प्रजेण्टेशन के आधार प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्तर के मानक प्रदान किए गए। प्रोजेक्ट निदेशक मयंक मिश्रा ने बताया कि कामर्स के विद्यार्थियों को वित्तीय संस्थानांे का प्रायोगिक अभ्यास, ज्ञान एवं सृजन की शक्ति विकसित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया है। निर्णायक के रूप में व्याख्याता श्रीमती रजनी गुप्ता, शिवसिंह यादव ने निर्णय सुनाया। छात्र अभिनव जैन एवं दिशा जैन ने संचालन किया। छात्र भूमि नेमा, अभिनव जैन, दिशा जैन, वैष्णवी बैरागी, रिषिका शर्मा सहित अन्य ने माॅडलों के गु्रप के अनुसार छात्रों ने अंग्रेजी भाषा में प्रजेन्टेशन देकर लोगों का मन मोह लिया।
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