गंजबासौदा। भारतीय संन्यास की परंपरा में समुद्र लंघन करना पाप माना जाता था, लेकिन भारतीय संस्कृति से पूरे विश्व को अवगत कराने के लिए स्वामी विवेकानंद जी ने इस परंपरा को तोड़ा। ध्यान रखे जो परम्परा मनुष्य के विकास में बाधक हो जाए उसे तोड़ना ही आवश्यक है। तभी भारत का दर्शन विश्व में पहुंच सकेंगा।
यह बात अन्तर्राष्ट्रीय संत श्री रामकमल दास जी ने सैण्ट एसआरएस पब्लिक हायर सैकण्डरी स्कूल के एनएसएस बालक-बालिका शिविर के बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में कही। उन्होंने बताया कि भगवान राम ने अहिल्या का उद्धार करने के लिए नारी को छूकर परम्परा तोड़ी जिससे नारी जाति को सम्मान मिला, कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजन आरंभ कर गलत परम्परा को तोड़ा और मनुष्यों को प्रकृति के साथ जोड़ा। इस मौके पर विहिप के क्षेत्रीय मंत्री राजेश तिवारी ने बच्चों को बताया कि जीवन में लक्ष्य निर्धारित करे और उस पर अमल करने के लिए साहस का पूरी तन्मयता से प्रयोग करे। जीवन में सात सुख पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख थोड़ी सी माया, तीसरा सुख सुलक्षणी नारी, चैथा सुख पुत्र हो आज्ञाकारी, पांचवा सुख राज्य में पांसा, छठवा सुख स्वदेश में वासा और सातवा संतोषी जीवन को विस्तार से समझाया। बच्चों पूरी जिज्ञासा के साथ प्रश्न किए। अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी कांतिभाई शाह से व्यवसनों से दूर रहकर खासकर आज के व्यवसन मोबाइल, इंटरनेट से बचने की सलाह देते हुए केम्प की सार्थकता पर प्रकाश डाला। संस्था के डायरेक्टर केएस यादव ने कहा कि वेदांत आश्रम में केम्प का आयोजन करते ही पुण्यों का उदय हो गया और सारे काम सहज और सरलता से होते जा रहे है। प्राचार्य उमेश चंद्र यादव ने अतिथियों के प्रति संस्था की ओर से आभार व्यक्त किया। इस मौके पर रेलवे से रिटायर्ड भाई जी ने बच्चों को आशीर्वाद दिया। उल्लेखनीय है कि एनएसएस शिविर के छठवें दिन सेवा कार्याे को किया गया। वेदांत आश्रम में 26 फरवरी से होने वाली श्री राम कथा स्थल की साफ-सफाई कर उपस्थित होने वाले भक्तों के लिए स्थान तैयार किया। केम्प के दौरान बीती रात जीवाजीपुर की कीर्तन मंडली ने लोक संगीत की जोरदार प्रस्तुतियों से लोगों को थिरकने के लिए बाध्य कर दिया। इस अवसर पर वेदांत आश्रम के आचार्य, संस्कृति विद्यालय के छात्र, एनएसएस के शिविरार्थी, शिक्षक परिवार से केपी चैहान, श्रीमती रत्ना देशपाण्डे, प्रीति माथुर, अंकित गुप्ता, सौरभ गुरू सहित कई लोग उपस्थित रहे। संचालन दिनकर कद्रे ने किया।
सैण्ट एसआरएस पब्लिक हायर सैकण्डरी का एनएसएस बालक बालिका केम्प का आयोजन वेदांत आश्रम में किया जा रहा है। जिसमें प्रत्येक दिन बच्चों को सुबह से व्यवहारिक एवं बोद्धिक रूप से सक्षम बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें शहर के गणमान्य नागरिकों की उपस्थित प्रतिदिन हो रही है।
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